औलाद ने मुह मोड़ा
ये नौबत क्यो आई
jhaanko अपने अंदर
संस्कार देने में कमी आई
पैदा करना है आसान
पालन करना मुश्किल
ठीक उसी तरह से जैसी
मरना है आसान
पर जीना है मुश्किल
हाय तौबा मचा रहा है
आज अजानी इंसान
पैदा करने की कीमत मांगे
बच्चो से इंसान
सोचो सोचो .....
esaa क्यो
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4 comments:
पैदा करना है आसान
पालन करना मुश्किल
ekdam sahi
पैदा करना है आसान
पालन करना मुश्किल
सार्थक सवाल उठाती सार्थक रचना
आधुनिक समय मे संस्कार की जरूरत बहुत ज्यादा है.
sundar rachanaa
सुन्दर विचार... चिन्तन के दायरे बनते बनाते हुए
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